तिरी तलाश में निकले तो इतनी दूर गए By Sher << उदासियाँ हैं जो दिन में त... रुकी रुकी सी है बरसात ख़ु... >> तिरी तलाश में निकले तो इतनी दूर गए कि हम से तय न हुए फ़ासले जुदाई के Share on: