तो शराफ़तों का मक़ाम है तो सदाक़तों का दवाम है By Sher << 'नासिरी' क़ब्र पे... तले तेग़ के वो इबादतें ति... >> तो शराफ़तों का मक़ाम है तो सदाक़तों का दवाम है जहाँ फ़र्क़-ए-शाह-ओ-गदा नहीं तिरे दीन का वो निज़ाम है Share on: