तुड़ा-मुड़ा है मगर ख़ुदा है By Sher << तब्अ कह और ग़ज़ल, है ये &... ये ख़मोशी मिरी ख़मोशी है >> तुड़ा-मुड़ा है मगर ख़ुदा है इसे तो साहब सँभाल रखिए Share on: