तुझे भूल जाना तो मुमकिन नहीं है By Sher << वक़्त-ए-पीरी दोस्तों की ब... क्या मदरसे में दहर के उल्... >> तुझे भूल जाना तो मुमकिन नहीं है मगर भूल जाने को जी चाहता है Share on: