तुम हुस्न की ख़ुद इक दुनिया हो शायद ये तुम्हें मालूम नहीं By Sher << कितने यार हैं फिर भी '... पिला मय आश्कारा हम को किस... >> तुम हुस्न की ख़ुद इक दुनिया हो शायद ये तुम्हें मालूम नहीं महफ़िल में तुम्हारे आने से हर चीज़ पे नूर आ जाता है Share on: