तुम किसी के भी हो नहीं सकते By Sher << सुब्ह-ए-रौशन को अंधेरों स... बदन के लोच तक आज़ाद है वो >> तुम किसी के भी हो नहीं सकते तुम को अपना बना के देख लिया Share on: