तुम को बेगाने भी अपनाते हैं मैं जानता हूँ By Sher << कहाँ चराग़ जलाएँ कहाँ गुल... इजाज़त हो तो मैं इक झूट ब... >> तुम को बेगाने भी अपनाते हैं मैं जानता हूँ मेरे अपने भी पराए हैं तुम्हें क्या मालूम Share on: