तुम ने कैसा ये राब्ता रक्खा By Sher << कुछ बदन की ज़बान कहती थी हम को भी क्या क्या मज़े क... >> तुम ने कैसा ये राब्ता रक्खा न मिले हो न फ़ासला रक्खा Share on: