तुम्हारा नाम लिखने की इजाज़त छिन गई जब से By Sher << पाँव ज़ख़्मी हुए और दूर ह... कभी लफ़्ज़ों से ग़द्दारी ... >> तुम्हारा नाम लिखने की इजाज़त छिन गई जब से कोई भी लफ़्ज़ लिखता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं Share on: