तुम्हें समझाएँ तो क्या हम कि शैख़-ए-वक़्त हो माइल By Sher << मारा किसी ने संग तो ठोकर ... अज़ल से आज तक सज्दे किए औ... >> तुम्हें समझाएँ तो क्या हम कि शैख़-ए-वक़्त हो माइल तुम अपने आप को देखो और इक तिफ़्ल-ए-बरहमन को Share on: