उन को याँ वादे पे आ लेने दे ऐ अब्र-ए-बहार By Sher << उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म ओ स... तोड़ कर अहद-ए-करम ना-आश्न... >> उन को याँ वादे पे आ लेने दे ऐ अब्र-ए-बहार जिस क़दर चाहना फिर बाद में बरसा करना Share on: