उन्हीं का नाम ले ले कर कोई फ़ुर्क़त में मरता है By Sher << तिरे फ़लक ही से टूटने वाल... ब'अद मुद्दत के माह-रू... >> उन्हीं का नाम ले ले कर कोई फ़ुर्क़त में मरता है कभी वो भी तो सुन लेंगे जो बदनामी से डरते हैं Share on: