उस जल्वा-गाह-ए-हुस्न में छाया है हर तरफ़ By Sher << जंग का हथियार तय कुछ और थ... हम वो फ़लक हैं अहल-ए-तवक्... >> उस जल्वा-गाह-ए-हुस्न में छाया है हर तरफ़ ऐसा हिजाब चश्म-ए-तमाशा कहें जिसे Share on: