उस को दुनिया और न उक़्बा चाहिए By Sher << ज़बाँ पे शिकवा-ए-बे-मेहरी... मैं वो शैदा-ए-गेसू हूँ कि... >> उस को दुनिया और न उक़्बा चाहिए क़ैस लैला का है लैला चाहिए Share on: