उस 'क़मर' को है ख़ुद अब अपने ही चेहरे की तलाश By Sher << उस ने हाथों की लकीरों से ... सारे माहौल की रग रग में न... >> उस 'क़मर' को है ख़ुद अब अपने ही चेहरे की तलाश जिस को दुनिया ने कहा आज का ज्ञानी है यही Share on: