उस रश्क-ए-चमन के तईं गर देखने पाऊँ By Sher << उस की तस्वीर में ख़ूँ-रेज... शरार-ए-ग़म से तिरे अलम मे... >> उस रश्क-ए-चमन के तईं गर देखने पाऊँ मरने से जो बच जाऊँ तो फूला न समाउँ Share on: