उसे इक बुत के आगे सर झुकाते सब ने देखा है By Sher << दिल में आ राह-ए-चश्म-ए-है... एक करवट पे रात क्या कटती >> उसे इक बुत के आगे सर झुकाते सब ने देखा है वो काफ़िर ही सही पक्का मगर ईमान रखता है Share on: