वादों ही पे हर रोज़ मिरी जान न टालो By Sher << वाँ लाल फड़कता है अमीरों ... वादा-ए-वस्ल दिया ईद की शब... >> वादों ही पे हर रोज़ मिरी जान न टालो है ईद का दिन अब तो गले हम को लगा लो Share on: