वहशत वहशत तिरी तफ़रीह का सामाँ है अभी By Sher << वाइ'ज़ से न पूछूँगा क... उन को हँसा रही है जामा-दर... >> वहशत वहशत तिरी तफ़रीह का सामाँ है अभी कि गरेबाँ का मिरे नाम गरेबाँ है अभी Share on: