वाक़िआ ये है कि रस्ता और वीराँ हो गया By Sher << क़िस्सा-ए-मजनूँ-ओ-फ़र्हाद... किस से महरूमी-ए-क़िस्मत क... >> वाक़िआ ये है कि रस्ता और वीराँ हो गया पेड़ तो अपनी तरफ़ से फूल बरसाते रहे Share on: