वो अब वहाँ है जहाँ रास्ते नहीं जाते By Sher << दिन को है सहरा-नवर्दी से ... तिरी निगाह सहारा न दे तो ... >> वो अब वहाँ है जहाँ रास्ते नहीं जाते मैं जिस के साथ यहाँ पिछले साल आया था Share on: