वो एक पल की रिफ़ाक़त भी क्या रिफ़ाक़त थी By Sher << बहुत ज़ख़ीम किताबों से चु... कम ज़रा न होने दी एक लफ़्... >> वो एक पल की रिफ़ाक़त भी क्या रिफ़ाक़त थी जो दे गई है मुझे उम्र भर की तन्हाई Share on: