वो महकता है जो ख़ुश्बू के हवालों की तरह By Sher << मज़ा बरसात का चाहो तो इन ... बुलबुल हुआ है देख सदा रंग... >> वो महकता है जो ख़ुश्बू के हवालों की तरह इस को रक्खा है किताबों में गुलाबों की तरह Share on: