वो मुझ से पूछते हैं कि रोते हो किस लिए By Sher << ठहरना दिल में कुछ बेहतर न... कुछ इख़्तियार किसी का नही... >> वो मुझ से पूछते हैं कि रोते हो किस लिए दरिया को दे ये क़तरा-ए-नाचीज़ क्या जवाब Share on: