वो शोरिशें निज़ाम-ए-जहाँ जिन के दम से है By Sher << जुगनू को दिन के वक़्त परख... जब कि ले ज़ुल्फ़ तिरी मुस... >> वो शोरिशें निज़ाम-ए-जहाँ जिन के दम से है जब मुख़्तसर किया उन्हें इंसाँ बना दिया Share on: