वो तमाशा ओ खेल होली का By Sher << इक मिरा सर कि क़दम-बोसी क... कोई आज़ाद हो तो हो यारो >> वो तमाशा ओ खेल होली का सब के तन रख़्त-ए-केसरी है याद Share on: