याद आओ मुझे लिल्लाह न तुम याद करो By जवानी, याद, Sher << सहम कर ऐ 'ज़फ़र' ... रस्म उल्टी है ख़ूब-रूयों ... >> याद आओ मुझे लिल्लाह न तुम याद करो मेरी और अपनी जवानी को न बर्बाद करो Share on: