सहम कर ऐ 'ज़फ़र' उस शोख़ कमाँ-दार से कह By Sher << तक़दीर के चेहरे की शिकन द... याद आओ मुझे लिल्लाह न तुम... >> सहम कर ऐ 'ज़फ़र' उस शोख़ कमाँ-दार से कह खींच कर देख मिरे सीने से तू तीर न तोड़ Share on: