याद बन के पहलू में मौसमों के बिस्तर पर By Sher << कभी उस से दुआ की खेतियाँ ... आतिश-ए-इश्क़ वो जहन्नम है >> याद बन के पहलू में मौसमों के बिस्तर पर करवटें बदलती हैं मेहरबानियाँ सारी Share on: