यहाँ यार और बरदार कोई नहीं किसी का By Sher << हाथ आता नहीं बग़ैर नसीब हुस्न बाज़ार की ज़ीनत है ... >> यहाँ यार और बरदार कोई नहीं किसी का दुनिया के बीच 'ताबाँ' हम किस से दिल लगावें Share on: