यहीं कहीं पे कोई शहर बस रहा था अभी By Sher << उन को है दा'वा-ए-मसीह... कुछ इस तरह के बहारों ने ग... >> यहीं कहीं पे कोई शहर बस रहा था अभी तलाश कीजिए इस का अगर निशाँ कोई है Share on: