ये और बात कि रंग-ए-बहार कम होगा By Sher << मैं सो रहा था और मिरी ख़्... दिल की तरफ़ 'शकील'... >> ये और बात कि रंग-ए-बहार कम होगा नई रुतों में दरख़्तों का बार कम होगा Share on: