ये जो बेहाल सा मंज़र ये जो बीमार से हम तुम By Sher << ये तमन्ना है ख़ुदा आलम-ए-... उसी पे सब्र है मुझ को हर ... >> ये जो बेहाल सा मंज़र ये जो बीमार से हम तुम सियासत की नवाज़िश है किसी से कुछ नहीं बोलें Share on: