ये जो दीवार पे कुछ नक़्श हैं धुँदले धुँदले By Sher << नीली छत पे ला-महदूद परिंद... शख़्सियत का ये तवाज़ुन ते... >> ये जो दीवार पे कुछ नक़्श हैं धुँदले धुँदले उस ने लिख लिख के मेरा नाम मिटाया होगा Share on: