ये जो हम लोग हैं एहसास में जलते हुए लोग By Sher << जो फिरी तो तेग़-ए-क़ज़ा ब... हमें भी ग़ुंचा-ओ-गुल से ब... >> ये जो हम लोग हैं एहसास में जलते हुए लोग हम ज़मीं-ज़ाद न होते तो सितारे होते Share on: