ये कैसा माजरा है हर मुसव्विर नक़्श-ए-हैरत है By Sher << ये किब्र-ओ-नाज़ अब क्या ज... ये हमारी आप की दूरियाँ ये... >> ये कैसा माजरा है हर मुसव्विर नक़्श-ए-हैरत है तिरी तस्वीर जब खींची मिरी तस्वीर उतर आई Share on: