ये कौन हँस के सेहन-ए-चमन से गुज़र गया By Sher << चुटकियों में तुम उड़ा दोग... हम अपने रफ़्तगाँ को याद र... >> ये कौन हँस के सेहन-ए-चमन से गुज़र गया अब तक हैं फूल चाक गरेबाँ किए हुए Share on: