ये किस ने हात पेशानी पे रक्खा By Sher << यूँ उठे इक दिन कि लोगों क... वापस पलट रहे हैं अज़ल की ... >> ये किस ने हात पेशानी पे रक्खा हमारी नींद पूरी हो गई है Share on: