यूँ उठे इक दिन कि लोगों को हुआ By Sher << अब ज़मीं पर क़दम नहीं टिक... ये किस ने हात पेशानी पे र... >> यूँ उठे इक दिन कि लोगों को हुआ अब्र का धोका हमारी ख़ाक पर Share on: