ये सानेहा भी बड़ा अजब है कि अपने ऐवान-ए-रंग-ओ-बू में By Sher << अना अना के मुक़ाबिल है रा... याद-ए-फ़रोग़-ए-दस्त-ए-हिन... >> ये सानेहा भी बड़ा अजब है कि अपने ऐवान-ए-रंग-ओ-बू में हैं जम्अ सब महर ओ माह ओ अंजुम पता नहीं फिर भी रौशनी का Share on: