ये सुन के आज हश्र में वो बात भी तो हो By Sher << मैं चाहता हूँ हक़ीक़त-पसं... पूछ न वस्ल का हिसाब हाल ह... >> ये सुन के आज हश्र में वो बात भी तो हो हँस कर कहा कि दिन है कहीं रात भी तो हो Share on: