में भोला नहीं तुझ को ए मेरी जाँ Admin भोला शायरी इन हिंदी, Unpublished Sher << आज यक-शम्बे का दिन है आओग... रोज़ इस शहर में इक हुक्म ... >> में भोला नहीं तुझ को ए मेरी जाँ करूँ क्या कि याँ गिर रहे हैं मकाँ Share on: