पीर-ओ-मुर्शिद मुआ'फ़ कीजिएगा Admin लिखा शायरी, Unpublished Sher << पीठ मेहराब की क़िबले की त... नतीजा अपनी आहों का है शक्... >> पीर-ओ-मुर्शिद मुआ'फ़ कीजिएगा मैं ने जमुना का कुछ न लिक्खा हाल Share on: