आज सोचा जिंन्दा हुँ तो घूम लूँ मरने के बाद तो भटकना ही है Admin अन्य << बात "संस्कार" और "आदर" की... सफ़र तुम्हारे साथ बहुत छो... >> आज सोचा जिंन्दा हुँ तो घूम लूँमरने के बाद तो भटकना ही है Share on: