ऐ ख़ुदा कैसा समय आया है अन्य << सफर का शौक न मंजिल की जुस... अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी ... >> ऐ ख़ुदा कैसा समय आया हैशहर में हर सू धुआँ छाया है!*सू - दिशा, तरफ Share on: