हक़ीक़त रूबरू हो तो अदाकारी नही चलती अन्य << हौसले के तरकश में न जाने किसने पढ़ी है मेरे ... >> हक़ीक़त रूबरू हो तो अदाकारी नही चलतीख़ुदा के सामने बन्दों की मक्कारी नही चलती! Share on: