न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ अन्य << हक़ीक़त रूबरू हो तो अदाकारी... क्यों हर शख्स की गलतियाँ ... >> न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआआज तबियत में जरा आराम सा है! Share on: