जरुरत तोड देती है इन्सान के घमंड को Admin खुदा की रहमत शायरी, अन्य << कर्मो से ही पहचान होती है... दीदार की तलब हो तो नजरें ... >> जरुरत तोड देती है इन्सान के घमंड को,न होती मजबुरीतो हर बंदा खुदा होता!! Share on: