ज़िंदगी की असली उड़ान बाकी है Admin इरादा शायरी, अन्य << दर्द से दोस्ती हो गई यारो... कोई मिला ही नहीं जिसकों व... >> ज़िंदगी की असली उड़ान बाकी हैमेरे इरादों का इम्तिहान बाकी हैअभी तो नापी है मुट्ठी भर जमीनअभी तो सारा आसमान बाकी है। Share on: