काश वो एक नया ढंग मेरे क़त्ल का इजाद करे Admin क़त्ल शायरी, अन्य << पगली इतनी भी मत अकड की त... पानी का एक कतरा आँख से गि... >> काश वो एक नया ढंग मेरे क़त्ल का इजाद करे ,मर जाऊ मैं हिचकियों से, वो इस कद्र मुझे याद करे!!!!! Share on: